इतिहास

इतिहास

“अल्लाह के नाम से शुरु जो बहुत मेहरबान और निहायत रहम वाला है”   तमाम तारीफ़ें अल्लाह ही के लिए हैं। अल्लाह एक है उसका कोई शरीक नही। वह हर चीज़ से पहले था और हर चीज़ के बाद भी होगा। वह लाज़वाल है  यानि वह कभी ख़त्म नहीं हो सकता। उसके न कोई औलाद है न बीवी, वह हर ऐब से पाक है। हमारी ज़ात उसका इहाता नही कर सकती, वह हर चीज़ को देखता और सुनता है, हर चीज से बाख़बर है और हर चीज़ पर क़ादिर है। दुरूद व सलाम हो हज़रत मुहम्मद گ  पर जो अल्लाह के बन्दे और रसूल हैं और उनकी आल और असहाब पर।   हमारी कोशिश है कि अंम्बिया ے और इस्लामी तारीख़ (History) की थोड़ी बहुत जानकारी आप तक पहुँचाई जाए। इस सिलसिले में इस्लामी तारीख़ की मशहूर और भरोसेमन्द किताबों जैसे तारीख़-ए-तिबरी, तारीख़ इब्ने कसीर वग़ैरा से तारीख़ी वाक़ियात आप तक पहुँचा रहें हैं। इसका ज़्यादातर हिस्सा “अबू जाफ़र मुहम्मद बिन जरीर अत तिबरी ؒ ” की किताब “तारीख़-ए-तिबरी” से लिया गया है जो इस्लामी तारीख़ की सबसे मशहूर किताब होने के साथ-साथ सबसे ज़्यादा भरोसे के लायक़ भी है, क्योंकि अल्लामा तिबरी ने इस तारीख़ को लिखने में क़ुरआन पाक, अहादीस और सिर्फ़ भरोसेमन्द रिवायतों को ही बुनियाद बनाया है।   अल्लाह तआला से दुआ है कि वह हमारी इस कोशिश को कामयाब करे! आमीन।