नेक आमाल
ईमान के बाद एक मुसलमान के लिए सबसे ज़्यादा अहमियत आमाल की है आमाल दो तरह के होते हैं नेक आमाल और बुरे आमाल। बस जिसने नेक आमाल यानि अच्छे काम किए तो वह अल्लाह के इनाम का हक़दार होगा और जिसने बुरे काम किए वह अल्लाह के गज़ब और सज़ा का हक़दार होगा। अल्लाह तआला क़ुरआन पाक में फ़रमाता है-
ۚ اِنَّ الَّذِیۡنَ اٰمَنُوۡا وَعَمِلُوا الصّٰلِحٰتِ یَہۡدِیۡہِمْ رَبُّہُمْ بِاِیۡمٰنِہِمْ تَجْرِیۡ مِنۡ تَحْتِہِمُ الۡاَنْہٰرُ فِیۡ جَنّٰتِ النَّعِیۡمِ ﴿ ﴾۹
(बेशक जो ईमान लाए और अच्छे काम किए उनका रब उनके ईमान के सबब उन्हें राह देगा, उनके नीचे नहरें बहती होंगी नेअमत के बाग़ों में।)
लिहाज़ा हमारे लिए लाज़िम है कि अपने परवरदिगार के ग़ज़ब से बचने के लिए और उसके इनाम हासिल करने के लिए नेक अमल करें