वुज़ू में शैतानी वसवसे और उनसे बचने के अमल

वुज़ू में शैतानी वसवसे और उनसे बचने के अमल

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بِسْمِ اللّٰہِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیۡمِ

वुज़ू में शैतानी वसवसे एक शैतान डालता है जिसका नाम “वलहान” है। उसके वसवसों से बचने के लिये बेहतरीन तरीक़ा यह हैं कि अल्लाह तआला की तरफ़ रुजू करें यानि ध्यान लगाएं और यह पढ़ें:-

 

اَعُوۡذُ بِاللّٰہِ مِنَ الشَّیۡطٰنِ الرَّجِیۡمِ

(मैं अल्लाह की पनाह माँगता हूँ शैतान मरदूद से।)

——–

وَلَا حَوۡلَ وَلَا قُوَّۃَ اِلَّا بِاللّٰہِ

(और नहीं है कोई ताक़त और .कुव्वत अल्लाह के सिवा।)

——–

सूरह अननास पढ़ेंः-

﴾قُلْ اَعُوۡذُ بِرَبِّ النَّاسِ ۙ﴿۱﴾ مَلِکِ النَّاسِ ۙ﴿۲﴾ اِلٰہِ النَّاسِ ۙ﴿۳

﴾۪ۙمِنۡ شَرِّ الْوَسْوَاسِ ۬ۙ الْخَنَّاسِ﴿۴

﴾الَّذِیۡ یُوَسْوِسُ فِیۡ صُدُوۡرِ النَّاسِ ۙ﴿۵﴾ مِنَ الْجِنَّۃِ وَ النَّاسِ٪﴿۶

——–

اٰمَنۡتُ بِاللّٰہِ وَ رَسُوۡلِہٖ

(मैं ईमान लाया अल्लाह और उसके रसूल पर।)

——–

ہُوَلۡاَوَّلُ وَالۡاٰخِرُ وَالظَّاہِرُ وَالۡبَاطِنُ وَہُوَبِکُلِّ شَیۡءٍ عَلِیۡمٌ

(वही अव्वल है वही आख़िर है वह ज़ाहिर है और छिपा हुआ है और वह हर चीज़ का जानने वाला है।)

——–

سُبۡحَانَالۡمَلِکِ الۡخَلَّاقِ اِنۡ یَّشَاۡ یُذۡہِبۡکُمۡ

وَیَاۡتِ بِخَلۡقٍ جَدِیۡدٍ وَمَا ذٰلِکَ عَلَی اللّٰہِ بِعَزِیۡزٍ

(अल्लाह पाक है, मालिक और ख़ल्लाक़ है, अगर अल्लाह चाहे तो तुम्हें ले जाये

और एक नई मख़लूक़ ले आये और यह अल्लाह पर कुछ दुश्वार नहीं।)

इन दुआओं के पढ़ने से वसवसा जड़ से कट जायेगा और वसवसे का बिल्कुल ख़्याल न करने से भी वसवसा दूर हो जाता है यानि शैतान जो बार बार दिल में वसवसे डाले तो जब तक यक़ीन न हो उन वसवसों की तरफ़ ध्यान न दें, यूँ समझे कि कोई पागल बक रहा है। इससे भी वसवसा कट जाता है।

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