بِسْمِ اللّٰہِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیۡمِ
- निजासत (गंदगी) दो क़िस्म की होती हैं एक ग़लीज़ा और दूसरी ख़फ़ीफ़ा।
- हमारे लिए यह ज़रूरी है कि दोनों तरह की निजासत (गंदगी) से अपने जिस्म और कपड़ों को बचाकर रखें।
- अगर कुछ गंदगी लग जाए तो उसे तीन बार धोकर पाक कर लें।
- नापाक जिस्म या कपड़े से नमाज़ नही पढ़ सकते।
- हमें यह जानना ज़रूरी है कि इन दोनों निजासतों से अपने जिस्म और कपड़ों को पाक करने के बारे में क्या हुक्म है और कौन सी चीज़ें निजासते ग़लीज़ा हैं और कौन सी ख़फ़ीफ़ा हैं।

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