4. हज6. सफ़ा, मरवा की सई वो बातें जो तवाफ़ व सई दोनों में जाइज़ हैं 0 226 بِسْمِ اللّٰہِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیۡمِ वो बातें जो तवाफ़ व सई दोनों में जाइज़ हैं सलाम करना। जवाब देना। ज़रूरत के लिए बात करना। फ़तवा पूछना। फ़तवा देना। पानी पीना। हम्द व नात व मनक़बत के शेर आहिस्ता पढ़ना। और सई में खाना भी खा सकते हैं।