इनकी शराइत में और अदायगी में कुछ-कुछ फ़र्क़ हैं। मीक़ात की हद के अन्दर रहने वाले लोग सिर्फ़ हज-ए-अफ़राद ही कर सकते हैं जबकि बाहर से आने वाले तीनों मे से कोई भी हज अदा कर सकते हैं।इन तीनों तरह के हज के बारे में ज़रूरी जानकारी दिये गये आर्टिकल्स से हासिल की जा सकती है