अ़क़ीदा

हर मुसलमान के लिए ज़रूरी है कि वो अल्लाह तआला की ज़ात, सिफ़ात, इल्म और क़ुदरत वग़ैरा के बारे में और अंम्बिया, रसूल, फ़रिश्ते, जन्नत, दोज़ख़ और आख़िरत के बारे में क़ुरआन और अहादीस में जो बताया गया है उस पर पूरा यक़ीन रखे ऐसा यक़ीन जिसमें शक की कोई गुंजाइश न हो।यह यक़ीन ही ईमान की अस्ल पहचान भी है। मुसलमान के लिए इन अक़ाइद को दलीलों से जानना ज़रूरी नही है सिर्फ़ दिल में पक्का यक़ीन होना ही ईमान की सलामती के लिए काफ़ी है। हमें इन नीचे दिए गए अक़ाइद को अच्छी तरह समझ कर पूरे यक़ीन के साथ दिल और दिमाग़ में बसा लेना चाहिए।